बबली के चोदु भैया चोद के किया बेहाल



मै बबली 17 साल की बेहद ही खुबसूरत लड़की हु,जब मै बाजार भी जाती तो लड़के मुझे माल कहके पुकारते the |मुझे उनपर गुस्सा तो आता फिर सोचती सायद मै आज अच्छी दिख रही हु इसलिए वो लोग ऐसा बोल रहे होगे | पर मुझे नहीं पता था की मेरी खूबसूरती अपने सगे भाई को ही दीवाना कर देगी | वो भी मुझे खूब निहारा करते थे | और एक दिन मेरा अपने भाई के साथ ही सेक्स रिलेशन बन गया | बात 2 साल पहले की है जब मै 15 साल की थी और तो  एक बेवकूफी के कारण भाई से चुद बैठी जिसका नतीजा मै आज भी भुगत रही हु | यानी भी हमदोनो एक दुसरे के साथ सेक्स करते है वह भी प्रतिदिन | मेरा बड़ा भाई बब्लू उम्र 25 साल रोज मेरे साथ बलत्कार करता है क्योंकि मुझे पहले तो अपने ही बड़े भाई के साथ सेक्स करना पसंद था पर अब अजीब लगता है भाई के साथ सेक्स करना  | मै उनको बार बार  कहती भैया अब हमलोगों को ये सब नही करना चाहिए पर वो मानते ही नही है | हर वक्त वो मेरे बदन के साथ जोक की तरह चिपके रहते है जहाँ मौका मिलता वही नंगे करके  चढ़ के चोद लेते है | ऐसे मुझे हर वक्त बुरा भी नही लगता है  उनके साथ मज़ा भी खूब आता है पर जब मेरा मन ना भी होता तब भी वो मुझे चोदते है | उनके चुदाई पर कोई  कण्ट्रोल ही नही था | सायद इसलिए की वो मेरे कमसिन जवानी को देख के पगला जाते है  और मुझे चोदे बिना उनका मन शांत ही नही होता है |


        जब मै  15 साल की थी तो  सेक्स कैसे होता है यह सही से जानती भी नही थी पर जानने की काफी इक्षा होती थी | मेरी माँ कई सालो पहले ही एक बीमारी से जूझते हु चल बसी | उसके बाद मेरे घर में सिर्फ 3 लोग ही बचे मै मेरे पापा जो बैंक मेनजर है और बड़े भैया बब्लू | उनकी पढाई पूरी हो चुकी थी और अब घर में ही रह कर रेलवे की तैयारी करते थे| मै अभी 10 वी में पढ़ती हु | जिस दिन मेरे भैया ने मुझे पहली बार चोदा था वो गर्मी की छुट्टी का दिन था उस समय दोपहर के 2 बज रहे थे उस दिन गर्मी और उमस भी अधिक था | उस दिन ना जाने मेरे चूत में अजीब सी गुदगुदी सी हो रही थी उंगलिया लगाने पर पानी रिसने लगता था | मन तो ऊँगली करके पूरा पानी गिरा देने को कर रहा था पर घर में भाई  के होने के कारण ऊँगली करके बूर को शांत नही कर रही थी फिर मैंने सोचा की गर्मी है नहा लेती हु और बाथरूम में ही बूर भी झार लुंगी ये सब सोच के मैंने अपना कपरे उतार डाली और सिर्फ बिकनी पहन के उसके ऊपर एक तौलिया लपेट ली और नहाने चल दी| रास्ते में ही भाई का रूम परता था |  जब वहाँ  से गुजरी तो एक अजीब सी आबाज ने मुझे उनकी रूम की ओर खीच लिया रूम उस समय बंद था  पर अन्दर से लॉक नही था  दरवाजे के थोड़े खुले हिस्से से  रूम के अन्दर झाका जा सकता था  |मैंने रूम के अन्दर चोरी से झांकी तो पाया की भैया अपने लंड को पेंट के बाहर निकल के जोर जोर से हिला रहे थे और उस समय उनके लैप टॉप पर भी एक अजीब सी फिल्म चल रही थी जिसमे लड़का लड़की नंगे होके चुदाई कर रहे थे | सायद वो ब्लू फिल्म थी जिसे देख के भाई अपने लंड को पकर के जोर जोर से हिलाए जा रहे थे | ये सब देख के मै भी बहक  गई एक तो पहले से मेरी चूत पनिया रही थी और ऊपर से ये सब भी देख ली अब मै भी चाहती थी की जितना जल्दी हो अपने चूत की पानी गिरा के मन को शांत कर दु और मै जैसे ही वहा  से  जाना चाही की गलती से मेरी तौलिया खुल गई और उसको समभालने  के चक्कर में भाई के रूम का दरवाज थोड़ा खोल दी | दरवाजा जैसे ही खुला की भाई की नजर मेरे ऊपर पड़ गई | उस समय मेरा तौलिया भी खुला था और मै सिर्फ बिकनी में थी | मैं  शर्मा के मुड़ गई |. लेकिन जब मुड़  के भाई को देखा तो भाई मुझे ही देख रहे थे और वो भी ललचाये नजरो से।  मुझे लगा अभी कुछ गलत हो जायेगा तो मैंने अपना तौलिया बांध के वह से जाना चाही।  पर मामला अब बिगड़ चूका था। मै गलत समय पर गलत हालत में पकरी गई थी 


और मुझे वहा खड़ा देख गलत मतलब निकाल  लिया गया | वो पुरे जोश में सेक्स की आग में तो था ही इसलिए उससे ये भी नही सुझा की मै उसकी सगी छोटी बहन हु| वो मेरे पास आया और कहा चलो अन्दर आओ | मै घबरा के बोली वैसी बात नही है भैया जैसा आप सोच रहे है | तभी भाई ने मेरी कलाई पकड़ी और रूम के अन्दर ले आया और दरवाजा अन्दर से लॉक करके कहा शरमाओ मत कुछ गलत नही मै तुमहारी मदद करुगा और मुझे भी तुमसे मदद चाहिए उन्होंने अपना मोटा लंड मेरे हाथों में थमा दिया | मै शर्म से पानी पानी होने लगी ये क्या होने लगा | मै कहा नही भैया आप गलत सोच रहे है | तभी भाई ने मुझे अपने गोद में लेकर कुर्सी पर बैठ गए और मेरी चुचियों को पकर पकड़ कर दबाने लगे | निचे से भाई का खड़ा लंड मेरी चडी को फार के बूर में घुसने के लिए प्रयास कर रहा था. और सामने चल रही ब्लू फिल्म मुझे कुछ सोचने समझने का मौका नही दे रही थी और मै भी बहकने लगी और ऊपर से मै भी तो बाथरूम में मुठ मारके चूत से पानी ही तो गिराने जा रही थी | भाई कमसिन लड़की अपने बांहों में पाकर पुरे बहक गए थे

    अब वो मेरी ब्रा उतार के मेरी छोटे छोटे अनारो को मुह में लेकर तोतापुरी आम की तरह जोर जोर से चूसने लगे | ये सब मेरे साथ पहली बार हो रहा था इसलिए अच्छा लग रहा था पर शर्म भी आ रहा था | वो ऐसे चूस रहे थे मानो की उनको मेरी चुचियों से दूध निकाल के पीना हो | पर जो भी हो मुझे बहुत मजा आ रहा था और मै बेकाबू होने लगी थी और मेरी बूर के अन्दर अजीब से सनसनाहट उठाने लगी थी और बार बार अपने चूत को छूने लगी थी चुत से रिस रहे पानी को देख  भाई समझ गया उसने मेरी चड्डी उतर के एकदम नंगे कर दिया आज मै पहली बार किसी मर्द के सामने नंगी थी |


पर भाई मुझे छोड़ने से पहले मेरी बूर को सूंघे फिर उन्होंने अपना मुह लगाकर मेरी बूर को चाटने लगे |



      भाई जिस मजे से मेरी बूर चाट रहे थे  ऐसा लगता था की उनको मेरी बूर चाटने में काफी मज़ा आ रहा है | बात जो भी हो मुझे अपनी बूर चटवाने में भी मज़ा आ रहा था | भाई ने जी भर के 5 मिनट तक खूब मेरी बूर को चाटा और बूर से रिश्ते पानी को भी चाट चाट के पी गए | अब बारी आई चुदाई की वह भी सगे भाई बहन की चुदाई की |चूँकि हम दोनों इतने बहके हुआ थे की भाई बहन का रिश्ता सूझ ही नहीं रहा था |

भाई ने अपना मोटा लंड पर थूक का लेप लगाया और फिर मेरी टांगों के बीच आके अपना मोटा लुंड मेरी चूत पर लगा के अन्दर पेल दिया | आप समझिये मै अभी 15 साल की कमसिन लड़की थी और भैया 25 साल के एकदम गबरू जबान मर्द | हमदोनो के उम्र में 10 साल का अंतर था | उस समय जब मेरी कमसिन चूत में एक गबरू जवान मर्द का लंड गया तो क्या हुआ होगा आप खुद सोच लीजिये | मै तरप गई इससे पहले किसी मर्द का लंड मेरी बूर में नही समाया था | और जब समाया भी तो अपने से 10 साल बड़े भाई का लंड | मै थोरी  दर्द से कसर मसर होती रही | लेकिन वो मुझे अपने बाँहों में कस के दबोचे थे और अपना पूरा हथोरे जैसा कड़क मोटा लम्बा लंड मेरी चूत के भीतर तक समाये हुए थे और हुमच हुमच के मेरी चूत की जुताई कर रहे थे बार बार बुर पर पर रहे तगरा लंड के थाप से चुदाई का फिर मज़ा आने लगा | मै टंगे फैलाये भैया के साथ सेक्स का मजे लेने लगी | चुदाई चल ही रही थी की बिजली चली गई , गर्मी अधिक होने के कारण हमदोनो पसीने पसीने हो गए |लेंकिन चुदाई जारी रही मै हर धक्के पर आ आ आ करके सिस्कारिया लेती रही |करीबन 10 मिनट तक भैइया बिना रुके मेरी चूत में अपना लंड पेलते रहे , मेरी सांसे फूलने लगी और टांगो से होते हुए बूर तक एक जोरदार खिचाव आने लगा और ये खिचाऊ ऐसा था मानो मै ऐसे ही रहे पर ये खिंचाव ज्यादा देर तक बनी रही नहीं और मेरी बूर से फुच फुच करके गाढ़ा सफ़ेद पानी गिरने लगा और मेरी सारी मजा समाप्त हो गई | पर भैइया अभी भी चालू थे  मेरी चूत के  निकले पानी से उनका लंड पूरी तरह नहा लिया था | करीबन 1 मिनट बाद ही भाई के लंड ने भी मेरी चूत में अपना गाढ़ा सफ़ेद पानी छोड़ा | भाई के लंड से ढेर सारा पानी गिरा और मेरी चूत उनके पानी से पूरा भर गई | इस गिरते पानी को मैंने भी महसूस किया गर्म गर्म तरल से मेरी चूत को भर रही थी | तभी भाई का आखरी धक्का मेरी चूत पर लगा और उन्होंने जोरदार तरीके से धक्का लगाकर अपना पूरा लंड मेरी बूर में पेल के कोख तक घुसेर दिए | और मुझको बांहों में कस के मेरे ऊपर धरा साही हो गए |यह आखरी धक्का से मेरी कोख की दिवार पर जोर से चोट लगा और पेट में जोरो का  दर्द उठा  | इस दर्द से मै चीख पड़ी और मेरे मुहं से निकल पड़ी - उई ई ई माँ....... मर गई मै |


भाई और मै थोड़े देर तक निष्प्राण पड़े वैसे ही एक दुसरे पर पड़े रहे | हमदोनो ही पसीने से नहा लिए थे | तभी बिजली भी आ गई और भाई में जब एनर्जी आ गई तो वो मुझको अपनी गिरफ्त से आजाद किये | और बिस्तर पर चित पर के लेट गए | अब मुझे अहसास हुआ की हम दोनों ने अभी पाप किया है भाई बहन होके चुदाई कर लिए | उस वक्त हमदोनो ही रूम में एकदम नंगे थे | मै शर्मा कर जल्दी उठी और अपनी ब्रा और पेंटी ढूढने लगी मेरी ब्रा और पेंटी भाई के लंड के पास दिखी मै उठ के अपना हाथ बढा के अपनी ब्रा और पेंटी ली उसी टाइम मैंने भाई का मोटा लंड देखी  जो काफी बड़ा और मोटा था मुझे यकीन नही हो रहा था की इतना  मोटा लंड ने मेरी चूत में अभी घुस कर मेरी चूत चोदी है| भाई का लंड काफी बड़ा और भयानक था | 


मै अपना ब्रा और पेंटी पहनना शुरू की वह भी भाई के सामने ही और मेरे भाई मुझे कपरे पहनते देखते रहे | मेरी ब्रा की जब हुक नही लग रही थी तो वो खुद अपनी हाथो से मेरी हुक लगाये उसके बाद मैंने अपनी पेंटी पहनी और तौलिया लपेट के रूम से बाहर आ गई और सीधे बाथरूम में जाके नहाने लगी | और भाई के साथ किये पाप को धोने लगी |




नहाते वक्त अजीब सी बैचेनी लग रही थी की ये मै क्या भैया से करवा ली | ये तो दुनिया का सबसे बड़ा पाप हो गया चुदी भी तो अपने सगे भाई से | मै अपने आप में बहुत शर्म महसूस कर रही थी | मै नहा कर तौलिया लपेट के बाहर आई | बाथरूम के दरवाजे पर भैया खड़े थे  और वो मुझ से पूछ बैठे बबली तुम ठीक तो हो | मै कुछ नही बोली और वहा से जाने लगी मै चुदाई के कारण ठीक से चल नही पा रही थी उसपर  भी भाई ने पूछ ऐसे टाँगे फैला कर क्यों चल रही हो ? इसबार मैंने गुस्सा आ गया और  कह दी सब आपकी कृपा से हुआ है | और फिर चली गई अपने रूम में | उसके बाद भैया भी नहाने चले गए नहाने के बाद वो ठीक मेरे रूम में आ गए



उस वक्त मै रूम में एकदम नंगे थी और अपने बूर पर हुआ हमले की जांच कर रही थी | भाई रूम में आते ही मुझे नंगे देख लिया और बोला दर्द कर रहा है क्या ?
मै शर्मा के कही हा ,
भैया-  देखो जो भी मेरे और तुम्हारे बीच जो हुआ मुझे लगा ठीक ही हुआ है अब तुम जवान हो गई हो और अपनी बूर की प्यास को शांत करने के लिए कोई ना कई मर्द ढन्ढती  ही | और इधर उधर मुह मरती फिरती | ना जाने कैसे कैसे लडको का मुठ तेरी चूत में गिरता और  तुम्हारी बदनामी भी होती इससे |
देखो मै साफ़ साफ़ कहता हु मेरी अभी कोई girlfriend नहीं है अगर तुम चाहोगी  तो मेरी girlfriend बन सकती हो | और हमदोनो रोज मजे कर सकते है | और किसी को ना तो सक होगा और ना पता चलेगा | ऐसे भी मुझे तुम्हारे साथ अभी बहुत मज़ा आया |तुम बताओ तुम्हे कैसा लगा चुदाई ?

बबली – जी मुझे भी मजा ही आया पर आप मेरे भैया हो ना इसलिए अच्छा नही लग रहा है ये सब करके |
बब्लू भैया- ये मत सोचो मै तेरा बड़ा भाई हु बस ये सोचो की मेरे पास एक लंड है जो तेरी बूर को मजे दे सकता है |
बबली- भैया अभी आप जाइये मै सोचके बताऊ गी

बब्लू- ठीक है मै जाता हु. 
बबली- उसके बाद मै सोच सोच के पागल हो रही थी अब क्या करू मुझे सच में के लंड की जरुरत तो थी पर पर वो लंड अपने ही सगे भाई का हो ये ठीक नही लग रहा था और मै ये सोचते सोचते सो गई शाम को 5 बजे उठी और उठ के मुह हाथ धो ही रही थी की भैया पीछे से आकर मुझे बाहो में जकर लिया और मेरी चुचियो को मसलते हुए पूछा क्या सोची बताओ ? चुदोगी ना मेरे साथ ? मै जब से तुमको चोदा हु दीवाना हो गया हु तेरे चूत का | चलो आओ एक बार फिर से चुदाई हो जाये मेरी रानी |




बबली- छोडिये भैया मैंने अभी कुछ नही सोची हु.
बब्लू भैया- इसमें ज्यादा सोचने वाली बात क्या है अच्छा तुम बाद में सोच लेना एक बार फिर से मुझे अपनी जवानी का रस पीने दो  और देखते ही देखते वो एक बार फिर से मेरे ओंठो से ओंठ लगा के चूमने  लगे और अपने तने लंड को बार बार मेरी चूत पे ठोकर देने लगे इतना सब होने के बाद मेरे अन्दर भी फिर से चुदाई करवाने की इक्षा जाग गई | मेरी सहमती मिलते ही वो मुझे अपने रूम में हवस का शिकार बनाने ले जाने लगे |

रूम में जाते ही मेरी पेंट उतर के अपना लंड मेरी चूत में घेसेर डाले और मै कुतिया स्टाइल में एक बार फिर से भैया से चुदने लगी ये चुदाई इतनी जल्दी शुरू हो गया की पता ही नही चला और अगले 5 मिनट तक मै चोपाये बने अपने चुतरो पर पीछे से भैया के लंड के थपेरे खाती रही | वो हर धके के बाद और ज्यादा उग्र होने लगे  अब लंड मेरी कोख तक आने लगी थी और वो जोर जोर से चीखते हुए मेरी चुदाई कर रहे थे जैसे उनको काफी मज़ा आ रहा हो एक फाइनल धक्का मार के मेरे ऊपर चढ़ के ढेर हो गए इसबार हमदोनो एक साथ झरे और काफी मज़ा आया | भैया उसी हालत में मुझ से पूछे बोलो बबली मेरी girlfriend बनोगी ना ? 
बबली-मुझे भी मजा आ रहा था और मैंने हा भर दी |

 जैसे ही भैया चोद के मुझ से अलग हुआ  की मेन गेट की घंटी बजी | मै घबराई पापा के आने का टाइम हो रहा था | मै भाई से अपने को छुरा कर अपने कपडे ठीक की और दरवाजा खोलने के लिए दौर गई | गेट पर पापा ही थे  | पापा के आने के बाद भैया मेरे पास न भटके | पर एक बात साफ़ थी की आज रात मै अकेले नही सोने वाली थी क्यूंकि मेरे भाई ने 2-2 बार मेरी कमसिन चूत का मज़ा ले चूका था कहते है ना अगर कोई शेर इन्शान का खून चख ले तो वो आदमखोर बन जाता है उसी प्रकार मेरे भाई ने भी अपनी बहन की बूर चख लिया था और मैंने भी हा भर दी थी वो अब बहिनचोद बन गया था और रात में वही हुआ  रात के 10 बजे जब पापा अपने रूम में सोने चले गए तो भैया एक बार फिर से मेरे रूम में आ गए |मै उस वक्त रेड कलर की ट शर्ट और ब्लैक कलर की स्कर्ट पहन राखी थी | मुझे यकीन था की वो रात में जरुर आयेगे | उनके आते ही मै मुस्कुरा दी
और बोली रात को आप मेरे रूम में क्या कर रहे है
बब्लू भैया- आज रात तेरे साथ सोना है मेरी प्यारी बहन और कहते ही रूम के दरवाजे को अन्दर से लॉक कर दिया 
बबली- सोना है  की मेरी चूत लेने आये है 
बब्लू- हा सही समझी | 
बबली- देखिये भैया मै एक इज्जत दार लड़की हु यु बार बार मै आपके साथ नही चुद सकती अगर आपको मुझे चोदना है तो एक काम करना होगा |
बब्लू- क्या करना होगा |
बबली- अगर आपको मुझे चोदना है तो पहले मुझ से शादी करनी होगी |
बब्लू- पर यार हम दोनों तो भाई-बहन है |
बबली- हा इसलिए तो शादी के बाद मै आपकी wife बन जोगी | उसके बाद आप जितना चाहो मुझे चोदो | 
बब्लू- ठीक है आज रात सुहागरात मना लेते है कल शादी कर लेंगे 
बबली -ठीक है 
बब्लू-अब क्या बताऊ जब से तेरी चूत चोदी तब से लंड मान ही नही रहा है बार बार तुझे देख के खड़ा हो जाता है और वे  मेरे सामने ही पेंट उतार के एक दम से नंगे हो गए | 
बबली- सच बोलू तो भैया मैंने आज तक किसी मर्द को बिना कपडे में कभी नही देखा था पर आपको  को नंगे देख खास कर आपके  खड़े मोटे जबरदस्त लंड को देख के मेरे बूर में गुदगुदी होने लगती है | हालाकि उनके लंड का साइज़ मेरे चूत के हिसाब से काफी बड़ी थी पूरा लंड दोपहर में मेरी चूत तो नही निगल पाई पर चूत को इस लंड से चुद के काफी मजा आया था | इसने  मेरी चूत का काफी पानी गिरवाया था दोपहर और शाम  में |
भैया नंगे होके मेरे बगल में बैठ गए और मेरे हाथो में अपना लंड थमा के सहलाने को कहा मै बिना सोचे समझे लंड को हाथो में लेकर ऊपर निचे करके सहलाना शुरू कर दी |इसी बीच भैया ने मेरी चुचियों को जोश में आकर मसलना शुरू कर दिया और जोर जोर से मेरे नन्ने संतरों को मसलकर निचोर डाला | मै दर्द से चिहुंक गई आ भैया कितनी जोर से दबा रहे हो दर्द हो रहा है |
बब्लू – निचोरुगा नही तो ये बड़े कैसे होगे |

 बबली-चुचिया निचोरने से बड़े होते है क्या ?
बब्लू भैया हा मेरी रानी
बबली- तब तो रहने ही दो भैया मै अभी 15 साल की हु अगर ये अभी ही बड़े हो गए तो सब को क्या बताऊगी |
बब्लू- ठीक है नहीं निचोरुगा , तब उन्होंने मेरी चडी पर हाथ फेरते हुए मेरी बूर की दरारों को सह्लाते हुए कहा इसको तो जवान कर सकता हु ना ?
बबली- आप मुझे छोड़ तो नही ना दोगे या मुझे प्रेग्नेंट नही होना अभी | 
बब्लू – छोडो कल ठीक हो जायेगा अभी मुझे इस चूत की मजे लेने दे और उन्होंने बबली को भी नंगे कर दिया और अपने लुंड पर थूक लगा के बबली की बूर में लंड पेल दिया और देखते ही देखते भाई बहन की चुदाई एक बार फिर से शुरू हो गई | इसबार भी बबली ही पहले अपने बूर की पानी छोर के ठंडी हुई | बब्लू भैया सच में गबरू मर्द थे  औरत को शांत करके ही शांत होते थे  |

उन टाइम दोनों पेशाब करके साथ ही नंगे सो गए | पर बबली नाबालिक लड़की थी उसने पहली बार लंड के मजे लिए थे उसे बार बार चुदने का मन करने लगा वो उसी रात 2 बजे और सबेरे 4 बजे भाई के साथ चिपक के उनको चोदने के लिए दबाब दी | बब्लू भी जानता था इस उम्र की लडकिय बहुत मुठ मरती है इसलिए इनको खूब चोदना पड़ेगा | उस रात के बाद बबली खुद भाई से चुदने के लिए उनके आगे पीछे घुमा करती थी लेकिन बोलती नही थी की चुदना है पर बब्लू मंझा हुआ खिलाडी था वो समझ जाता की अभी उसको क्या चाहिए | बबली रोज अधिकतम 5 बार और कम से कम 2 बार चुदती थी | और ये सिलसिला 2 सालो तक बिना एक दिन रुके चलता रहा | पर बबली अब 17 साल की हो चुकी थी और उसे एक लड़के से प्यार हो गया था | और वो अब रात में भाई के साथ नही सोना चाहती थी पर भाई उसे अकेले छोरता नही था | 

the end







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